खुशी, नाराजगी, गुस्सा, रोना ये सब एक तरह के इमोशन्स हैं। इमोशन्स को दो कैटेगरी में रखा गया है अच्छा और बुरा। कुछ इमोशन्स हमारे सेहत के लिए अच्छे होते हैं, तो वहीं कुछ खराब। गुस्सा या क्रोध को बैड कैटेगरी में आते हैं, क्योंकि ये इमोशन एक साथ कई चीजों को प्रभावित कर सकता है। सेहत के अलावा इससे रिश्तों पर भी असर पड़ता है। वर्किंग प्रोफेशन्स का ज्यादातर वक्त आजकल ऑफिस में गुजर रहा है। काम के प्रेशर के चलते, बॉस से न बनना, लंबे वर्किंग ऑवर्स, प्रोफाइल से रिलेटेड जॉब न करना, जैसी कई चीजें गुस्सा दिलाने का काम करती हैं, जिससे प्रोडक्टिविटी पर असर पड़ता है। गुस्सा आपके सोचने-समझने की क्षमता कम कर देता है और आप अपना नुकसान कर बैठते हैं, तो ऑफिस में कैसे गुस्से पर काबू पाना है, आज हम इसी के बारे में जानेंगे।
गुस्से के पीछे की वजह पर गौर करें
जब भी आपको गुस्सा आए, तो इसकी वजह को समझने की कोशिश करें। खुद से पूछें कि वो क्या चीज है, जिससे न चाहते हुए भी गुस्सा आ जाता है। वजह को जानने के बाद इसे कंट्रोल या शांत करने की कोशिश पर ध्यान देना होगा। हर छोटी-बड़ी बात पर गुस्सा आ जाता है, तो दिमाग के साथ ये आपकी सेहत के लिए भी सही चीज नहीं है, जान लें। बहुत ज्यादा गुस्सा हार्ट पर बुरा असर डालता है।
गुस्से की वजह को ऑफिस में कलीग से डिस्कस करें
अगर आप ऑफिस में किसी तरह के भेदभाव का शिकार हो रहे हैं, तो इससे जाहिर है गुस्सा आना, लेकिन उसे दिल में रखकर चिढ़ने, कुढ़ने से बेहतर होगा ऑफिस में किसी भरोसेमंद दोस्त या कलीग से डिस्कस करना और अगर पॉसिबल है तो डायरेक्ट बॉस से भी बातचीत कर सकते हैं। गुस्से को बाहर निकालना बहुत जरूरी है।
एक्सप्रेस करने से पहले शांति से सोचें
गुस्सा आने पर दिल तेजी से धड़कने लगता है और मसल्स में जकड़न फील होने लगती है, ऐसे में सबसे पहले खुद को शांत करने पर ध्यान देना है। जिसका सबसे बेस्ट तरीका है गहरी सांस लेना और छोड़ना। हड़बड़ी में अपने गुस्से की वजह बताने में चांसेज है कि आप ठीक से उन तक बात न पहुंचा पाएं या वे आपकी बात समझ न पाएं।
बहुत ज्यादा गुस्सा हर तरह से नुकसान
इस बात तो समझना बहुत जरूरी है। गुस्से से सबसे ज्यादा नुकसान खुद को होता है। ऑफिस में गुस्सा करने का सीधा असर काम पर पड़ता है। गुस्से में किए गए काम न समय पर होते हैं और न ही सही तरीके से। ज्यादा गुस्सा करने से विचारों पर भी असर पड़ता है, इस वजह से गुस्से को कैसे कंट्रोल करना है, ये सीखना चाहिए।