Packaged Water : पैकेज्ड वाटर की बोतलें आजकल आम जीवन का हिस्सा बन गई हैं। चाहे पार्क में गर्मी के दिनों में आप टहल रहे हो या ट्रैवल के दौरान लोग पैकेज्ड वाटर इस्तेमाल करते ही है। यह हमारी प्यास बुझाने का काम करता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, ये सेहत के लिए कितने हानिकारक होते हैं। इससे आपको कई खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं। आइए जानते हैं कैसे?
1. प्लास्टिक की बोतलें केमिकल से बनी होती हैं
पैकेज्ड वाटर की बोतलें अक्सर प्लास्टिक से बनाई जाती हैं, जिसमें कई रसायन होते हैं। इनमें सबसे प्रमुख बिसफेनोल A (BPA) और फथलेट्स होते हैं। ये रसायन पानी के संपर्क में आने के बाद उससे रिसकर स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। BPA और फथलेट्स हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकते हैं, जो लंबे समय में प्रजनन संबंधी समस्याएं और कैंसर का कारण बन सकते हैं।
2. तापमान के प्रभाव
जब पैक्ड वाटर की बोतलें धूप में या उच्च तापमान पर रखी जाती हैं, तो प्लास्टिक से रसायन पानी में मिल सकते हैं। यह स्थिति खासतौर पर गर्मियों में होती है, जब बोतलें कारों में या बाहर धूप में रखी जाती हैं। इससे पानी का गुणवत्ता प्रभावित हो सकता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।
3. माइक्रोप्लास्टिक्स
प्लास्टिक की बोतलें समय के साथ टूट कर माइक्रोप्लास्टिक्स में बदल सकती हैं। ये छोटे प्लास्टिक के कण पानी में मिलकर शरीर में जा सकते हैं। माइक्रोप्लास्टिक्स सेहत संबंधी समस्या जैसे सूजन, कमजोर इम्युनिटी आदि समस्या हो सकती है।
4. गुणवत्ता
कुछ पैकेज्ड वाटर ब्रांडों का मानक और गुणवत्ता नियंत्रण सही नहीं होता। यदि बोतलें ठीक से सील नहीं की गई हैं या पैकेजिंग के समय सफाई का ध्यान नहीं रखा गया है, तो पानी में बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक तत्व शामिल हो सकते हैं।
5. पर्यावरणीय प्रभाव
पैकेज्ड वाटर की बोतलें पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होती हैं। इनका निर्माण और डिस्पोजल प्लास्टिक प्रदूषण को बढ़ाते हैं।