shani devशनि देव
Shani Dev : ज्योतिष शास्त्र  के अनुसार, शनि न्याय के देवता कहलाते हैं. सूर्य देव के पुत्र शनि देव कर्मों के फलदाता  माने जाते हैं. मान्यता के अनुसार, शनि भगवान की पूजा से जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं. शनि देव की पूजा से शुभ कर्मों का फल प्राप्त होता है और बुरे कर्मों के दुष्प्रभाव कम होते हैं.शनि भगवान की पूजा कई कारणों से की जाती है. आइए जानते हैं इस बारे में….
  1. शुक्र और कर्म का प्रभारी: शनि भगवान को कर्मफलदाता माना जाता है। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का फल उसे मिले। उनकी पूजा से व्यक्ति के कर्मों के फल को संतुलित किया जा सकता है।
  2. संतुलन और न्याय: शनि न्यायप्रिय होते हैं और वे संतुलन बनाए रखने के लिए काम करते हैं। उनके प्रभाव से व्यक्ति की कर्मसिद्धि और जीवन में संतुलन बनाना आसान हो सकता है।
  3. दुख और कष्ट का निवारण: शनि की पूजा से जीवन में आने वाली परेशानियों और कष्टों से राहत मिल सकती है। शनि दोष या “साढ़े साती” जैसे दुष्परिणामों से बचाव के लिए भी उनकी पूजा की जाती है।
  4. धैर्य और संकल्प: शनि भगवान को धैर्य, संघर्ष और संयम का प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा से व्यक्ति में धैर्य और संकल्प की शक्ति बढ़ती है, जिससे वह कठिन परिस्थितियों का सामना बेहतर ढंग से कर सकता है।
  5. सामाजिक और मानसिक संतुलन: शनि भगवान की पूजा से सामाजिक और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, जो जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में सहायक होता है।

शनि देवता की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं और मानसिक शांति प्राप्त हो सकती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

pic credit: instagram//shani_dev_bhagt

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *